अफगानिस्तान में अपनी नई सत्ता को बनाने के बाद एक नए तालिबानी युग की शुरुआत हो गई है। जिस क्रूरता और दहशतगर्दी के लिए तालिबान जाना जाता है, एक वैसा ही सच अब दुनिया के सामने आने लगा है। तालिबान द्वारा पीटे जाने के बाद लगी चोटों को दिखाते पत्रकारों की परेशान करने वाली फोटो ने कट्टरपंथी इस्लामी समूह पर वैश्विक चिंताओं को एक बार फिर रेखांकित किया है। साथ ही तालिबान की ओर से सरकार बनाने की दिशा में मानवाधिकारों की रक्षा करने और प्रेस की स्वतंत्रता की गारंटी देने के वादे भी झूठे नजर आ रहे हैं।
समूह द्वारा सरकार की घोषणा करने के बाद दो ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो तालिबान की क्रूर नीति को भी रेखांकित करती है। यह तस्वीरें सत्यापित ट्विटर हैंडल द्वारा साझा की गई हैं, जिसमें एक पोस्ट मार्कस याम और दूसरी एतिलाट्रोज द्वारा पोस्ट की गई है।
याम द्वारा ट्वीट की गई तस्वीरों में दो पुरुष दिखाई दे रहे हैं, जो अपनी शरीर पर चोट के निशान दिखा रहे हैं। वे कैमरे की ओर पीठ करके खड़े हैं। उनकी पीठ और पैर चोट के निशानों से भरे हुए हैं।