इंदौर: इंदौर में इन दिनों रुक-रुक कर बारिश हो रही है और इसी के चलते यहाँ चिंताएं बढ़ चुकीं हैं। जी दरअसल बीते सोमवार को एक दी दिन में डेंगू के 8 नए मरीज मिले हैं। ऐसे में अब तक मिले मरीजों की संख्या 86 हो गई है। इस समय इंदौर में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसे देखते हुए लोग हैरान हैं। आप सभी को बता दें कि अब तक स्वास्थ्य विभाग ने घरों का सर्वे किया और इसमें 700 घरों में लार्वा मिला है। आप सभी जानते ही होंगे कि बारिश के दिनों में दूसरे मौसमी बीमारियां हो रही हैं और जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। दौलत पटेल का कहना है इंदौर में अभी तक बीते कुल मरीजों की संख्या 86 पहुंच गई है। वहीँ अब निगम द्वारा डेंगू मलेरिया व अन्य मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है।
खबरें हैं कि आयुक्त द्वारा एनजीओ की टीम, सीएसआई, सहायक सीएसआई दरोगा को अपने-अपने जोन व वार्ड क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए निगम द्वारा मलेरिया विभाग के माध्यम से क्रूड ऑइल व लार्वानाशक दवाइयों का शहर के विभिन्न स्थानों पर छिड़काव किया जा रहा है। आप सभी को बता दें कि इस समय शहर में डेंगू, मलेरिया एवं अन्य मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए दवाई का छिड़काव व फॉगिंग की जा रही है। क्या है डेंगू के लक्षण- डेंगू बुखार के लक्षण दो से सात दिन में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द और आंखों के आसपास दर्द हो सकता है।
वहीँ गंभीर अवस्था में नाक, मसूड़ों, पेट या आंत से खून का रिसाव होने लगता है। आपको बता दें कि एक से पांच दिन तक बुखार होने पर तथा पांच दिन से अधिक का बुखार होने पर मेक-एलाइजा (आइजीएम) कीट से जांच की जाती है। आपको यह भी बता दें कि डेंगू से बचाव के लिए मच्छर पैदा होने से रोककर, मच्छरों से काटने से बचाव के उपाय किए जाना चाहिए। वैसे डेंगू छोटे बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवतियों को अधिक प्रभावित करता है।