छत्तीसगढ़ शासन के दमनात्मक आदेश की प्रतियां जलाई छत्तीसगढ़ कर्मचारी/ अधिकारी फेडरेशन सक्ति जिला इकाई ने
हड़ताल खत्म होने पर शासन द्वारा हड़ताल अवधि के वेतन काटने के आदेश से है फेडरेशन में आक्रोश
शक्ति के अग्रसेन चौक में 1 अगस्त को फेडरेशन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में जलाई गई आदेश की प्रतियां
छत्तीसगढ़ कर्मचारी/ अधिकारी फेडरेशन शक्ति जिले के अध्यक्ष राधेलाल भारद्वाज ने कहा- शासन की कर्मचारी विरोधी नीतियों का करेगा फेडरेशन खुलकर विरोध
फेडरेशन के संरक्षक रमेश तिवारी ने कहा- हड़ताल होने पर कर्मचारी विरोधी ऐसे आदेश निकलते रहते हैं, हमें डरने की नहीं है जरूरत
सक्ती-छत्तीसगढ़ कर्मचारी/ अधिकारी फेडरेशन प्रांतीय निकाय के द्वारा लिए गए निर्णय के परिपालन में 01 अगस्त को सक्ति जिले में कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा दमनात्मक आदेश केई प्रतियां अग्रसेन चौक शक्ति में जलाकर शासन के कर्मचारी विरोधी आदेश के खिलाफ आक्रोश प्रकट किया गया
इस अवसर पर जिला संयोजक राधेलाल भारद्वाज ने कहा की- 31 जुलाई 2022 को फॉरेस्ट रेस्ट हाउस रायपुर में प्रांतीय निकाय की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार 22 अगस्त 2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फेडरेशन के आह्वान पर प्रांत व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल होंगी,अवमाज 01 अगस्त 2022 को दमनात्मक आदेश की प्रतियां जलाकर आक्रोश प्रकट किया गया है, इस अवसर पर फेडरेशन केसंरक्षक रमेश तिवारी ने कहा की हड़ताल होने पर इस तरह के कर्मचारी विरोधी आदेश निकलते रहते है, मगर इससे डरने की जरूरत नहीं है इस अवसर पर संरक्षक रमेश तिवारी ,विजय बहादुर सिंह, भोलाशंकर तिवारी ,के के पटेल, तहसील संयोजक शक्ति राधेश्याम साहू, डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष यशवंत राज माण्डलेकर, यू आर पटेल, अविनाश सिंह राजपूत, बांके बिहारी त्रिवेदी ,जयदीप घोष, राजकुमार रात्रे, राजकुमार पटेल, शंकर पटेल ,रागिनी मेहरा ,उर्मिला लहरें ,कौशल्या डेंसिल, रामेश्वरी खुटे, रवि कुमार बघेली, राकेश चंद्र तिवारी, आरके रजक ,पुरुषोत्तम पटेल, राम कुमार सिदार, चंद्र प्रकाश तिवारी, बिहारी लाल बरेट, रामनाथ ध्रुव,आरएन गर्ग ,आर खुटे, जयदीप कुमार घोष ,शिशिर गुप्ता ,आदि भारी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे
उल्लेखित हो कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी/ अधिकारी फेडरेशन प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर शक्ति जिले में भी 25 जुलाई से 29 जुलाई तक पांच दिवसीय 80 संगठनों द्वारा हड़ताल की गई थी, तथा 29 जुलाई को हड़ताल समाप्ति के बाद जुलूस निकालकर एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा गया था, तथा हड़ताल समाप्त होते ही देर शाम छत्तीसगढ़ शासन द्वारा हड़ताल अवधि के समस्त कर्मचारी/ अधिकारियों का वेतन काटने के आदेश दे दिए गए, जिस पर बौखलाए फेडरेशन ने तत्काल 31 जुलाई को रायपुर में बैठक आहूत कर शासन के इस दमनात्मक आदेश को लेकर निंदा करते हुए आक्रोश व्यक्त किया, साथ ही उनकी 2 सूत्रीय मांगों पर शासन द्वारा किसी भी प्रकार की पहल नहीं किए जाने पर 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है