दुर्ग। जिले में कोरोना के नए संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला निरंतर जारी है। शुक्रवार को दूसरे दिन भी 11 नए मरीज मिले हैं। दो दिन में 22 नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
वहीं जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 58 पहुंच गई है।
जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जिले में 1287 लोगों की कोरोना जांच कराई गई। जिसमें 11 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें से अधिकांश मरीज दुर्ग-भिलाई क्षेत्र के रहने वाले हैं। राहत की बात यह है कि शुक्रवार को दो मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौटे हैं।
वहीं कोरोना से किसी की भी मौत नहीं हुई है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को भी जिले में कोरोना के 11 नए संक्रमित मरीज मिले थे। लगातार दूसरे दिन भी इतनी ही संख्या में नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। ज्ञात हो कि जिले में दो महीने से लगातार नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है।
इसके पीछे वजह लोगों का कोरोना से बचाव के लिए शासन द्वारा निर्धारित गाइड लाइन का पालन नहीं करना बताया जा रहा है। अधिकांश लोग बिना मास्क लगाए घर से बाहर निकल रहे हैं और भीड़-भरे स्थानों पर भी एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं।
आइआइटी भिलाई के पांच विद्यार्थी कोरोना संक्रमित
कोरोना की रफ्तार बढ़ते जा रही है। ट्विनसिटी सहित राजधानी रायपुर में भी मामले इकाई से दहाई के अंक तक पहुंच गया है। वहीं शुक्रवार को आइआइटी भिलाई के पांच संक्रमित पाए गए।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी, भिलाई) का वर्तमान कैंपस रायपुर में है, जहां पांच बी.टेक के विद्यार्थी संक्रमित पाए गए। आइआइटी के निदेशक रजत मूना ने बताया कि संस्था के छात्रावास में रह रहे पांच विद्यार्थियों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
इन बच्चों को पूर्व में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है। वहीं उनके संपर्क में आए अन्य विद्यार्थियों की कोरोना जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि आइआइटी भिलाई अभी नवा रायपुर के आइआइएम में संचालित होता है। निदेशक ने बताया कि अलग-अलग राज्यों से बच्चों की वापसी 20 तारीख से शुरू हो गई थी।
बच्चों के आने के बाद उन्हें 5 दिन के लिए क्वारंटाइन रखा गया था। इसके बाद उनकी कोरोना जांच कराई गई, जिसमें पांच की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। निदेशक रजत मूना ने बताया कि संक्रमित बच्चों में माइल्ड लक्ष्य है और कुछ में लक्ष्य भी नहीं है।
सभी बच्चें ठीक है और जल्द ही स्वस्थ् हो जाएंगे। साथ ही एतियातन के तौर पर सभी कमरों को सैनिटाइज्ड कर दिया गया है।