अंबिकापुर। उत्तरी छत्तीसगढ़ के लोगों को कड़ाके की सर्दी और शीतलहर से तीसरे दिन भी राहत नहीं मिली है। आसमान में बादल छाए हुए हैं और निचले स्तर पर धुंध की परत बिछी हुई है इससे सड़कों में वाहन चलाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार सुबह से ठंडी हवा चलने से लोग कंपकंपा उठे हैं। तापमान भी दिन का काफी नीचे आ गया है। मौसम विभाग ने आज भी इसी तरह के मौसम रहने की संभावना जताई है। हालांकि बारिश की उम्मीद नहीं है।
पिछले तीन-चार दिनों से पश्चिमी विक्षोभ के असर से सरगुजा संभाग का मौसम पूरी तरह बदल गया है। आसमान में बादलों का डेरा है और लोग धूप के लिए तरस गए हैं। दिन और रात के तापमान में ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। यह शीत दिवस का संकेत दे रहा है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद धूप नहीं निकलने से सब्जी वर्गीय फसलों में बीमारियां फैल रही हैं। बेमौसम बारिश और बादल छाए रहने से लोग घरों में ही दुबके हुए हैं। सड़कों में आम दिनों की तुलना में आवाजाही थोड़ी कम है। मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि 31 जनवरी से मौसम साफ होने और घना कोहरा छाने से तापमान में काफी गिरावट आ सकती है।
कड़ाके की सर्दी और शीतलहर से तीसरे दिन भी राहत नहीं
सरगुजा के मैनपाट और बलरामपुर जिले के सामरी पाट में बारिश के बाद चल रही हाड़ कंपा देने वाली हवा से जनजीवन प्रभावित हो गया है। इन दोनों इलाक़ों में सुबह कोहरा भी गिर रहा है। ग्रामीण सर्दी से राहत पाने अलाव का सहारा ले रहे हैं। ऐसी स्थिति अभी कुछ दिनों तक बने रहने की संभावना है।