• इवॉल्व, एक्सिस बैंक की एमएसएमई के लिए प्रमुख नॉलेज शेयरिंग पहल है, जो उद्यमियों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए जरूरी जानकारी, संपर्क और उपकरण प्रदान करता है।
• यह उद्देश्य छत्तीसगढ़ में खास तौर पर महत्वपूर्ण है, जहां एमएसएमई राज्य के औद्योगिक उत्पादन में 45% का योगदान देते हैं और 34.9 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं।
• रायपुर, राज्य का सबसे बड़ा एमएसएमई केंद्र है, जहां स्टील, पावर, सीमेंट, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग जैसे उद्योग खनन आधारित गतिविधियों से जुड़े हैं।
रायपुर, भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक, एक्सिस बैंक ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में एमएसएमई के लिए अपनी मल्टी-सिटी नॉलेज सीरिज ‘इवॉल्व’ का 10वां संस्करण आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उद्यमियों, उद्योग जगत के लीडर्स और नीति विशेषज्ञों को एक साथ लाया गया, ताकि भारत के एमएसएमई परिदृश्य को आकार देने वाले अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की जा सके। कार्यक्रम का विषय था – ‘$10 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था को शक्ति प्रदान करते एमएसएमई’।
120 से अधिक एमएसएमई उद्यमियों की उपस्थिति के साथ, यह सत्र भारत के विकास के अगले चरण को परिभाषित करने वाले विकास के मार्गों और चुनौतियों पर चर्चा के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता रहा। इस कार्यक्रम में एमएसएमई इकोसिस्टम और आर्थिक परिदृश्य पर प्रस्तुतियां शामिल थीं. इसमें एक्सिस बैंक – ईस्ट 2, क्षेत्रीय शाखा बैंकिंग प्रमुख के सौरभ दत्ता, एक्सिस बैंक-एसईजी एसेट, कमर्शियल बैंकिंग समूह के कार्यकारी उपाध्यक्ष रतुल मुखोपाध्याय और एक्सिस बैंक-ट्रेज़री एवं मार्केट्स सेल्स की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुश्री पूजा गुप्ता ने एमएसएमई इकोसिस्टम पर अपने विचार व्यक्त किये। इसके बाद एक रोचक ‘फायरसाइड चैट’ आयोजित किया गया, जिसका संचालन एक्सिस बैंक-मिड कॉरपोरेट्स एवं मीडियम एंटरप्राइजेज ग्रुप के प्रेसिडेंट एवं प्रमुख प्रशांत टी.एस. ने किया। इस संवाद सत्र में संभव स्टील ट्यूब्स लिमिटेड के चेयरमैन एवं कार्यकारी निदेशक सुरेश गोयल, पिलानिया इंडस्ट्रीज़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर एवं निदेशक अंकित अग्रवाल और सी टचस्टोन टेलीसर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रोहित पारख अतिथि वक्ता के रूप में शामिल थे। इन सभी ने अपनी प्रेरणादायक यात्राओं से प्राप्त अनुभव और महत्वपूर्ण सीख साझा की।
इवॉल्व के जरिए एक्सिस बैंक एमएसएमई को नकदी प्रबंधन, ऋण सही तरीके से इस्तेमाल करने और डिजिटल बैंकिंग अपनाने में मदद करता है। यह पहल सामान्य बैंकिंग से आगे बढ़कर लोन, भुगतान, ट्रेड फाइनेंस और कलेक्शन जैसे क्षेत्रों में विशेष समाधान देती है, जो खासकर छत्तीसगढ़ के मैन्युफैक्चरिंग और व्यापारिक व्यवसायों के लिए उपयोगी हैं। डिजिटल इवॉल्व की शुरुआत इस प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत करती है, क्योंकि यह एक समर्पित डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से एमएसएमई को विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करता है।
एक्सिस बैंक के कमर्शियल बैंकिंग समूह के प्रेसिडेंट एवं प्रमुख, विजय शेट्टी ने कहा कि एमएसएमई छत्तीसगढ़ की औद्योगिक अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, जहां राज्य की 96% से अधिक औद्योगिक इकाइयां इसी श्रेणी में आती हैं और रायपुर सबसे बड़े केंद्र के रूप में उभर कर सामने आया है। हमारा मानना है कि भारत के विकास की अगली लहर इन्हीं एमएसएमई द्वारा संचालित होगी, और हम सतत विकास के लिए अनुकूलित वित्तीय समाधान, नॉलेज शेयरिंग और तकनीकी समर्थन के माध्यम से इन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इवॉल्व के माध्यम से, हमारा उद्देश्य पूरे क्षेत्र में व्यापारिक नेताओं के साथ साझेदारी करना है, ताकि विकास के अवसरों को खोला जा सके और सामूहिक रूप से भारत की 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की यात्रा को गति दी जा सके। छत्तीसगढ़ में 12.5 लाख से अधिक एमएसएमई उद्यम पंजीकृत हैं, लेकिन अभी औपचारिक ऋण की पहुंच अपेक्षाकृत कम है। इससे संगठित फाइनेंस और तकनीक आधारित कार्यप्रणाली अपनाने के बड़े अवसर मौजूद हैं। रायपुर की भौगोलिक स्थिति, खनिज क्षेत्रों के पास होना और मैन्युफैक्चरिंग व लॉजिस्टिक्स हब होना, इसे इवॉल्व के इस संस्करण के लिए आदर्श स्थान बनाता है।
पिछले एक दशक में, इवॉल्व ने 50 से अधिक शहरों में 10,000 से अधिक उद्यमियों के साथ जुड़ाव स्थापित किया है और उन्हें परिचालन एवं तकनीक को मजबूत करने, डिजिटल टूल्स अपनाने, और दीर्घकालिक विकास के लिए अपने व्यवसायों को सतत रूप से विस्तार देने हेतु व्यावहारिक रणनीतियों के साथ समर्थन प्रदान किया है। नॉलेज-शेयरिंग को बढ़ावा देकर और उद्योग जगत के लीडर्स के साथ संपर्क स्थापित कराने के माध्यम से, यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ सहित उभरते आर्थिक केंद्रों में एमएसएमई को निरंतर समर्थन प्रदान करता आ रहा है।