रायपुर। सनातन धर्म के सार्वभौम धर्मगुरू गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज राष्ट्रोत्कर्ष अभियान यात्रा के तहत 14 दिसंबर को दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस से 15 दिनों के लिए रायपुर प्रवास पर आ रहे हैं। जिनके आगमन को ले कर सुदर्शन संस्थानम शंकराचार्य आश्रम रावाभाटा में जोरों से तैयारियां चल रही हैं। इनके आगमन को ले कर पूरे प्रदेश में उनके शिष्यों में बहुत उत्साह है।
पुरी के शंकराचार्य सनातन धर्म के प्रतीक मान बिन्दुओं, आदर्श एवं अस्तित्व की रक्षा के लिए पूरे भारतवर्ष में अपने आदि गुरू शंकराचार्य की तरह भ्रमण कर रहे हैं। वे भारत की अखण्डता, भारत की सीमाओं की रक्षा, गौरक्षा, महिला जागरण, पर्यावरण रक्षा एवं बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के संदर्भ में अपने मौलिक विचारों से जन-जिज्ञासा को शांत कर रहे हैं। देश के बुद्धिजीवी उनके तर्कों एवं विचारों से प्रभावित होकर उनके साथ जुड़ रहे हैं।
पूरे देश में परिवर्तन की लहर चल पड़ी है, जो राष्ट्र को नई दिशा देने में समर्थ होगी। वे समाज को सुबुद्ध, स्वावलम्बी और सत्यसहिष्णु बनाना चाहते हैं। उन्होंने अन्यों के हित का ध्यान रखते हुए हिन्दुओं के अस्तित्व और आदर्श की रक्षा तथा देश की सुरक्षा और अखण्डता के पावन उद्देश्य से ‘पीठपरिषद्’ और उसके अन्तर्गत ‘आदित्य वाहिनी’ एवं ‘आनन्द वाहिनी’ नामक संस्थाओं की स्थापना की है तथा इसके माध्यम से वे सनातन संस्कृति संरक्षणार्थ राष्ट्रव्यापी अभियान चला रहे हैं।