रायपुर। वक्फ संपत्तियों का ब्योरा दर्ज करने के लिए उम्मीद पोर्टल दगा दे रहा है। पिछले कई दिन से पोर्टल की गति सुस्त है और दिनभर में कुछ ही समय चल रहा है। पांच दिसंबर तक आखिरी तारीख संपत्तियों का ब्योरा दर्ज करने की रखी गई है। पांच दिसंबर तक ब्योरा दर्ज होना संभव नहीं दिख रहा है। क्योंकि महज 70 फीसदी कमेटियों ने ही अभी पंजीकरण कराया है और इससे भी कम का डाटा सबमिट हुआ है। ऐसे में कमेटियों ने पंजीकरण प्रक्रिया में आ रही गंभीर तकनीकी दिक्कतों को उठाते हुए केंद्र सरकार से समय-सीमा बढ़ाने की मांग की है।
मुतवल्ली ने अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय से दो प्रमुख मांगें रखी हैं। वर्तमान छह माह की समय-सीमा को पोर्टल की अस्थिरता को देखते हुए तुरंत बढ़ाया जाए। उम्मीद पोर्टल को शीघ्रातिशीघ्र स्थिर और पूर्णतरू कार्यात्मक बनाया जाए, ताकि वक्फ पंजीकरण की प्रक्रिया सुचारु रूप से पूरी हो सके।
पांच दिसंबर तक किसी हाल में भी संपत्तियों का ब्योरा ऑनलाइन दर्ज नहीं किया जा सकता है। क्योंकि पोर्टल एवं दस्तावेजों से जुड़ी तमाम समस्याएं सामने आ रही है।