रायपुर। सीएम साय ने आज जल संरक्षण हेतु आयोजित कार्यशाला में सम्मिलित हो कर इस अमूल्य संसाधन के संरक्षण एवं संवर्धन के विभिन्न पहलुओं पर सार्थक चर्चा की। आगे उन्होंने कहा, कार्यशाला में जल संरक्षण के प्रतीक “जल कलश” में रायगढ़ में बहने वाली केलो नदी का जल अर्पित कर प्रदेश की सभी नदियों के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लिया। हमारी सरकार जल संरक्षण को केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रही है।
जन भागीदारी के साथ भूजल स्तर बढ़ाने, वर्षा जल को सहेजने, जल स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने और उन्हें संरक्षित करने का कार्य कर रही है। मुझे विश्वास है कि “सुजलाम भारत-जल संरक्षण एवं जल संवर्धन कार्यशाला 2025” जल संवर्धन, संरक्षण और एकत्रीकरण के ठोस उपायों की दिशा में एक सार्थक पहल सिद्ध होगी।
जल ही जीवन है, जल ही सुरक्षित भविष्य का आधार है।
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