किरंदुल। विश्व योग दिवस के 11वें संस्करण के अवसर पर नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएमडीसी) की किरंदुल परियोजना ने शनिवार सुबह 07:30 बजे अपने परियोजना विद्यालय के सभागार में एक भव्य और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया।इस वर्ष की थीम ‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में एनएमडीसी के कर्मचारियों, विद्यार्थियों और स्थानीय समुदाय ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। भारत सरकार द्वारा निर्धारित इस थीम ने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता के बीच गहरे संबंध को रेखांकित किया, जिसे इस आयोजन ने प्रभावी ढंग से प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ एनएमडीसी किरंदुल परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक संजीव साही ने दीप प्रज्ज्वलन और स्वागत भाषण के साथ किया। अपने संबोधन में साही ने योग के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “योग केवल एक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक जीवन शैली है जो हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने और स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा देता है। इस वर्ष की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ हमें यह स्मरण कराती है कि हमारा स्वास्थ्य और हमारी पृथ्वी का स्वास्थ्य एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं।”
साही ने आगे बताया कि एनएमडीसी, एक जिम्मेदार कॉरपोरेट नागरिक के रूप में, न केवल खनन क्षेत्र में बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध है। योग जैसे आयोजनों के माध्यम से, संगठन अपने कर्मचारियों और समुदाय के बीच समग्र कल्याण को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।योग सत्र में सामान्य योग प्रोटोकॉल का पालन किया गया, जो आयुष मंत्रालय द्वारा निर्धारित है।इस प्रोटोकॉल में सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, और शवासन जैसे आसनों के साथ-साथ अनुलोम-विलोम और भ्रामरी जैसे प्राणायाम शामिल थे। सत्र का समापन ध्यान और शांति मंत्र के साथ हुआ, जिसने सभी प्रतिभागियों में मानसिक शांति और ऊर्जा का संचार किया।मौके पर योग शिक्षक नरोत्तम ध्रुव, योग शिक्षिका डोमेश्वरी साहू,एनएमडीसी उपमहाप्रबंधक कार्मिक के एल नागवेणी,समस्त विभागाध्यक्ष एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।