अग्र चरितम ग्रंथ की रचना पर चित्रकूट के जगद्गुरु रामानंदाचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय में 20 नवंबर को किया सम्मानित-
सक्ती-बिलासपुर शहर के प्रतिष्ठित नागरिक एवं समाजसेवी गिरधारीलाल अग्रवाल को 20 नवंबर 2021 को उत्तर प्रदेश के चित्रकूट शहर के जगद्गुरु रामानंदाचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के अष्टावक्र सभागार में धावे विद्यापीठ द्वारा अग्र चरितम ग्रंथ की रचना करने पर पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है, तथा गिरधारीलाल अग्रवाल को मिले इस सम्मान पर जहां लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की है, तो वहीं अग्रवाल ने भी कहा है सभी के सहयोग एवं वरिष्ठजनो के मार्गदर्शन एवम प्रेरणा से अग्र चरितम ग्रंथ कि उनके द्वारा रचना की गई

तथा अपनी इस सफलता पर उन्होंने सभी बंधुओं का आभार व्यक्त किया है,साथ ही डॉ गिरधारीलाल अग्रवाल कटघोरा के स्व. ओमप्रकाश अग्रवाल के पुत्र हैं,तथा वे निरंतर समाज सेवा के कार्य एवं जनकल्याण के लिए सदैव अग्रणी होकर अपना योगदान देते हैं, तथा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के जगद्गुरु रामानंदाचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय भी पूरे देश में एक अग्रणी स्थान रखता है, तथा 20 नवंबर को आयोजित इस सम्मान समारोह के दौरान काफी संख्या में देश के विभिन्न राज्यों की जानी-मानी हस्तियां इस कार्यक्रम में मौजूद थी,गिरधारीलाल अग्रवाल को मिले इस सम्मान पर शक्ति शहर के महा माया ज्वेलर्स मामनचंद रामप्रताप के संचालक विनोद अग्रवाल,मनोज अग्रवाल, बिल्हा शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी एवं सेवानिवृत्त वाणिज्य कर अधिकारी जे पी अग्रवाल ने भी अपने पूरे परिवार की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है,गिरधारीलाल अग्रवाल को उपरोक्त सम्मान 20 नवंबर को चित्रकूट में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकूट अधिवेशन के दौरान दिया गया इस अवसर पर अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ विनय कुमार पाठक सहित अन्य अतिथि गण मौजूद रहे
