बिलासपुर। रतनपुर थाना क्षेत्र के खैरखंडी गांव में एक मानसिक रूप से बीमार युवक की रहस्यमय हालात में मौत हो गई। मृतक के शरीर पर चोट के कई निशान मिलने के बावजूद पुलिस द्वारा बिना पोस्टमार्टम शव परिजनों को सौंपने से गांव में नाराजगी फैल गई। हंगामे के बाद पुलिस को शव दोबारा अस्पताल लाकर पोस्टमार्टम कराना पड़ा। मौत के कारणों का खुलासा रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।
जानकारी के अनुसार, खैरखंडी निवासी अजय केंवट (25) मानसिक रोगी था। शनिवार को उसके माता-पिता मजदूरी के लिए बिलासपुर गए हुए थे। उसी सुबह अजय गांव में बिना कपड़ों के घूमता नजर आया। गांववालों ने इसकी जानकारी कोटवार को दी, जिसने 112 डायल सेवा को सूचना दी। कोटवार ने गांव के पंच और एक महिला रिश्तेदार को भी मौके पर बुलाया।
जब दोनों मौके पर पहुंचे तो अजय को तेज बुखार था, वह बुरी तरह लड़खड़ा रहा था और शरीर पर चोट के निशान स्पष्ट थे। 112 की टीम गांव पहुंची, लेकिन उसे अस्पताल नहीं ले गई। उनका कहना था कि पहले परिजन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएं, तभी इलाज संभव है। कुछ देर बाद महिला रिश्तेदार ने अजय के पिता सुकालू केंवट को खबर दी, जो तुरंत गांव पहुंचे और बेटे को ऑटो से रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां डॉक्टरों ने अजय को मृत घोषित कर दिया।