बिलासपुर: सरकंडा में एक नाबालिग बालिका की हत्या का मामला बिलासपुर पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने आरोपी 14 साल के किशोरवय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 25 फरवरी, 2025 को सुबह 10:20 बजे थाना सरकंडा के प्रभारी निरीक्षक निलेश पांडेय को सूचना मिली कि स्वर्णिम ईरा कॉलोनी के एक निर्माणाधीन मकान में एक बालिका का शव मिला है। बालिका करीब 5 वर्ष की थी और वह 24 फरवरी की शाम लगभग 7 बजे अपने घर से बिना कुछ बताए गायब थी। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने एसीसीयू, फिंगरप्रिंट टीम, डॉग स्क्वायड और अन्य विशेषज्ञ टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए।
घटनास्थल का निरीक्षण करने पर पुलिस को यह स्पष्ट हो गया कि यह कार्य किसी बाहरी व्यक्ति का नहीं, बल्कि कॉलोनी में रहने वाले किसी व्यक्ति का हो सकता है। इस आधार पर पुलिस ने 5 टीमें गठित कीं। इनमें से 3 टीमों को कॉलोनी में रहने वाले 9 मजदूरों और उनके बच्चों से पूछताछ करने का जिम्मा सौंपा गया। एक टीम को सीसीटीवी फुटेज की जांच करने और दूसरी को स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी दी गई। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में एक नाबालिग को बालिका का हाथ पकड़कर घटनास्थल की ओर जाते हुए देखा गया। इस आधार पर उस बालक को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वह बच्ची को बहला-फुसलाकर सूनी जगह पर ले गया। वहां उसने बच्ची से रेप करने की कोशिश की लेकिन जब उसने विरोध किया और अपनी मां को बताने की बात कही तो पास ही पड़े लकड़ी के टुकड़े से हमला कर उसे मार डाला। आरोपी ने बताया कि वह मोबाइल फोन पर पोर्न वीडियो देखा करता है। नाबालिग होने के कारण मामले में बाल कल्याण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है। आरोपी बालक को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने थाना सरकंडा और एसीसीयू टीम की त्वरित कार्रवाई की सराहना की।