बता दें कि, दो दिन पहले भी टाटीबंध चौक पर सड़क हादसे में 24 साल के युवक की मौत हुई थी। टाटीबंद चौक में ब्रिज बनने के बाद भी एक के बाद हादसे हो रहे हैं। टाटीबंध चौक चौराहे पर ओवरब्रिज तो बन गया है, लेकिन इसी के नीचे 400 मीटर की सर्विस रोड में पिछले तीन साल में 24 ऐसे सड़क हादसे हुए हैं जिसमें FIR हुई है। इन हादसों में 26 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 6 लोगों को गंभीर चोट आई है।
बता दें कि, पिछले कुछ सालों से राजधानी की सपाट और चौड़ी सड़कों पर सबसे ज्यादा हादसे और मौतें हो रही है। ये आंकड़े कम होने की बजाय बढ़ते जा रहे हैं। यही वजह है कि इस साल ब्लैक स्पॉट की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। इनमें टाटीबंध चौक, पारागांव और सिलतरा रोड ऐसे स्पॉट हैं जहां सबसे ज्यादा हादसे हुए हैं।