बालोद: नगर पंचायत अर्जुंदा में भाजपा से बागी होकर अध्यक्ष पद पर निर्दलीय चुनाव लड़ प्रणेश जैन ने भाजपा और कांग्रेस की रणनीति को फेल करते हुए जीत हासिल की। प्रणेश का बीजेपी पर आरोप है कि भाजपा ने टिकट वितरण गलत किया, इसीलिए यह परिणाम आया। अगर टिकट वितरण सही होता, तो शायद ये जीत का अंतर और दुगुना होता। बता दे कि प्रणेश जैन भाजपा से अध्यक्ष प्रत्याशी नही बनाये जाने से नाराज़ होकर पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते भी। वही बताया जा रहा है कि बतौर निर्दलीय अध्यक्ष चुनाव जीतने वाले प्रणेश जैन छत्तीसगढ़ में पहले प्रत्याशी हैं। उन्होंने भाजपा से प्रत्याशी नही बनाये जाने नाराज़ हो बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। भाजपा की पहली सूची में प्रणेश जैन को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन अंतिम सूची में उनकी जगह ओसाभ प्रिंस यादव को प्रत्याशी बना दिया गया था। इसके बाद भाजपा से दो बागियों प्रणेश जैन और रोमन सोनकर ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। दोनों ने ही भाजपा-कांग्रेस को पछाड़ दिया। परिणाम यह रहा कि भाजपा कांग्रेस दोनों यहां तीसरे नँबर पर रही। परिणाम काफी हैरत व चौकाने वाला रहा।
पैसे और प्रलोभन देकर जीते जा सकते हैं चुनाव- कुंवर
अपने गृहनगर में करारी हार के बाद क्षेत्रीय विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि हमें जनादेश स्वीकार है और जनता का हमारे पार्षदों को पूर्ण सहयोग मिला है। नगर का चुनाव कुछ समझ में नहीं आया। पैसे और प्रलोभन देकर भी चुनाव जीते भी जा सकते हैं। आज देखने को मिला है। वही भाजपा मंडल अध्यक्ष जीतू विश्वास गुप्ता ने चुनाव के संबंध में कहा कि हमें जनादेश स्वीकार है। हमसे कहा पर चूक हुई है, इस पर गहन चर्चा करेंगें।
प्रत्याशी का चयन हुआ गलत- प्रणेश
नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रणेश जैन ने बताया कि जनता जनार्दन ने मुझे एक बड़ा आशीर्वाद दिया है, मैं उनका ऋणी हूं। भाजपा में टिकट वितरण गलत हुआ, जिसका ये परिणाम आया। अगर भाजपा मुझे अधिकृत करती तो परिणाम और अंतर और ज्यादा होता। वही उन्होंने भाजपा में वापस आने पुनः वापसी पर कहा कि निर्णय सभी मेरे पार्षद व समर्थकों से बैठकर चर्चा उपरांत लिया जाएगा। जो मुझे चुनाव लड़ाएं है, जो मेरे साथी है, उनसे निर्णय लेंगे मेरी जनता जनार्दन मेरे साथ ही है।