मेरा जीवन समाज के शोषित वंचित व अंतिम व्यक्ति के लिए समर्पित है
सुकमा -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर राज्य के आधी आबादी महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए गठित राज्य महिला आयोग में महिला सदस्यों की नियुक्ति छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 26 सितम्बर 2024 को की गई। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के रिक्त 05 पद पर सदस्यों की नियुक्ति की गई।
आपको बता दें की सुकमा में विगत कई वर्षो से महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा एवं उनके उत्थान को लेकर कार्य कर रही छोटे से ग्राम पाकेला की निवासी अधिवक्ता दीपिका शोरी को छत्तीसगढ़ महिला आयोग का सदस्य बनाया गया है अधिवक्ता दीपिका शोरी ने अन्य चार सदस्यों के साथ 17 अक्टूबर को अपना पदभार ग्रहण किया
पांचो सदस्यों ने किया पदभार ग्रहण
आज महिला आयोग कार्यालय में सदस्यगण जशपुर की श्रीमती प्रियंवदा सिंह जूदेव, महासमुन्द की सरला कोसरिया, दंतेवाड़ा की श्रीमती ओजस्वी मंडावी और बलौदाबाजार की लक्ष्मी वर्मा ने आज आयोग कार्यालय में पदभार ग्रहण किया।पदभार ग्रहण करते ही दीपिका ने कहा मेरा जीवन समाज के शोषित वंचित व अंतिम व्यक्ति के लिए समर्पित है
ज्ञात हो कि राज्य महिला आयोग के पुराने सदस्यों का कार्यकाल 27 जून 2024 को समाप्त हो गया था, और महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ के सरकार ने इन सदस्यों की नियुक्ति की है
पहली दफा मिला सुकमा को स्थान
अगर हम छत्तीसगढ़ की पिछली भाजपा सरकार की बात करें तो सुकमा जिले को पहली दफा किसी आयोग,मंडल में स्थान मिला है, सुकमा जिले के निवासियों का कहना है की यह सुकमा जिले के लिए बहुत ही गौरव की बात है की हमारे जिले की शिक्षित, योग्य और युवा अधिवक्ता दीपिका शोरी को महिला आयोग में सदस्य के रूप में स्थान मिला है निश्चित ही वो बहुत अच्छा कार्यक्रम करेंगी,
एलएलबी गोल्डमेडलिस्ट व एलएलएम प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण हैँ दीपिका
विदित हो की महिला आयोग में सदस्य दीपिका शोरी बचपन से ही शिक्षा में मेधावी रही हैँ दीपिका ने एलएलबी में गोल्डमेडल व एलएलएम प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया हैँ एवं वर्तमान में लॉ में पी एच डी भी कर रही हैँ
शासकीय शिक्षिका से त्यागपत्र देकर बढ़ाया समाज सेवा की और अपने कदम
आपको बता दें की अधिवक्ता दीपिका शोरी ने शासकीय शिक्षिका के पद पर भी कई वर्षो तक कार्य किया है परन्तु बचपन से ही समाज सेवा का जज़्बा लेकर कार्य कर रही दीपिका के मूल स्वभाव में लोगों की सेवा करना था जिसके आड़े शासकीय शिक्षिका के पद का दायित्व आने की वजह से वो अपना कार्य नहीं कर पा रही थी जिसकी वजह से उन्होंने अपने शासकीय शिक्षिका के पद से त्यागपत्र देकर समाज सेवा की और अपना कदम बढ़ा दिया।
माता पिता एवं परिजनों का साथ रहा सराहनीय
दीपिका ने कहा की शासकीय सेवा से त्यागपत्र देकर समाज सेवा का कार्य चुनना एक मध्यम परिवार के लिए बहुत ही चुनौती पूर्ण होता है बहुत से परेशानियों के साथ सबसे ज्यादा आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है मेरे इस निर्णय में मेरे माता पिता एवं परिजनों का आशीर्वाद मुझे मिला व मेरे इस निर्णय में मेरा परिवार साथ खड़ा था जिससे मुझे हिम्मत मिली व मैंने इस दिशा में कार्य किया
मुख्यमंत्री व संगठन का जताया आभार
दीपिका ने अपनी नियुक्ति को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव व महामंत्री संगठन पवन साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा की छत्तीसगढ़ की सरकार एवं मेरे संगठन नेता मुझ पर विस्वास जताते हुए मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी है जिस पर सुकमा से होने के कारण मेरी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है की मै उनकी सोच पर खरी उतरू, मै पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी से इस पद का निर्वाहन करते हुए सुकमा के साथ साथ सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ की महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान हेतु कार्य करूंगी
सुकमा, कोंडागांव ,जगदलपुर एवं कांकेर के लोगों की उपस्थिति में किया पदभार ग्रहण
आयोग कार्यालय में पदभार के दौरान बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग के सचिव मनोज कुमार सिन्हा, सहायक संचालक श्रीमती पुष्पा किरण कुजूर, दीपिका के माता – पिता संत कुमार शोरी, रेखा शोरी एवं सुकमा से
संजय सिंह भदौरिया, अनवर हुसैन,भानु भदौरिया, मनोज जैन,पृथ्वी सिंह,
क्षितिज भूषण शोरी , विवेक भूषण शोरी ,नागेशश्वर गायकवाड़ एवं आयोग के कर्मचारीगण सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे