बचेली।-एनएमडीसी सीएसआर अंतर्गत दंतेवाडा जिला में लगभग 2000 गतिविधियाँ संचालित हैं जिनमें से अनेक गतिविधियाँ राज्य, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है।
एनएमडीसी बालिका शिक्षा योजना एक ऐसी पहल है जिसके अंतर्गत बस्तर क्षेत्र की गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली 40 आदिवासी छात्राओं को भारत वर्ष में प्रसिद्व अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग, हैदराबाद में नर्सिग कोर्स हेतु भेजा जाता हैं बालिका शिक्षा योजना अंतर्गत 40 छात्राओं के 10 बैच को अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग मे पढाई हेतु हैदराबाद भेजा जा चुका है। अब तक जितनी भी छात्राएं पढ़ाई पूरी करके इस संस्थान से निकली हैं उनमें से लगभग सभी को अच्छी नौकरी प्राप्त हो चुकी है।
2021 में उपरोक्त योजना अंतर्गत जो बैच पढ़ने हेतु हैदराबाद भेजा जाना है वह 11 वाँ बैच होगा जिस हेतु दिनांक 24 अगस्त 2021 तक बस्तर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागाँव, बीजापुर जिलों से आवेदन आमंत्रित किये गये थे जिसमें लग-भग 1542 छात्राएं प्रवेश परीक्षा हेतु 17 अक्टूबर रविवार को बचेली में उपस्थित हुईं। शीघ्र ही अपोलो एवं एनएमडीसी द्वारा चयनित छात्राओं को विभिन्न माध्यमोें से आगामी प्रक्रिया हेतु सूचित किया जायेगा।
चयन के उपरांत चयनित छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण होगा जो छात्राएं स्वास्थ्य परीक्षण में स्वस्थ पाई जाऐंगी उनको नर्सिंग की पढ़ाई हेतु अपोलो इंस्टीयूट ऑफ नर्सिंग भेजा जाऐगा। यहाँ पर यह उल्लेखनीय है कि इन छात्राओं का संपूर्ण खर्च जैसे पढ़ाई किताबें, प्रेक्टिकल, यूनिफार्म, हाॅस्टल एवं भोजन इत्यादि सुविधाएं एनएमडीसी द्वारा प्रदाय की जाएंगी।
इस योजना अंतर्गत चयनित लग-भग सारी छात्राएं अपनी पढ़ाई के उपरांत वापस बस्तर आकर विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालों में चयनित होकर काम करती है इससे यह फायदा होता है कि उन्हें स्थानीय भाषा का ज्ञान होता है जिसकी वजह से स्थानीय आबादी समुदाओं का ये छात्राएँ बेहतर उपचार कर पाती है।