जिले की आस में शक्ति वासियों को 15 अगस्त का इंतजार-
शक्ति– शक्ति क्षेत्र की जनता को एक बार पुनःभारत के राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त का बेसब्री से इंतजार है, तथा क्षेत्रवासी स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शक्ति को राजस्व जिला बनाए जाने की संभावित घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, तथा विगत दिनों छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष एवं शक्ति के विधायक डॉ चरणदास महंत के शक्ति प्रवास के दौरान भी राजस्व जिला बनाए जाने को लेकर चर्चा हुई थी, एवं शक्ति अंचल के लोगों को अब इस बात का पूर्ण विश्वास हो चला है कि शक्ति राजस्व जिला बनेगा, तथा इसी श्रृंखला में 12 अगस्त को शक्ति शहर के व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने चेंबर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष को एसडीम के माध्यम से एक ज्ञापन भी सौंपा है, तथा इस ज्ञापन में व्यापारियों ने शक्ति को अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से सबसे पुरानी तहसील, रियासत एवं व्यापार का एक बड़ा केंद्र बताते हुए इसे हावड़ा- मुंबई मुख्य रेल मार्ग पर स्थित होना बताया है,तथा जनता की भावनाओं को देखते हुए व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल ने भी शक्ति को राजस्व जिला बनाए जाने की मांग की है, वहीं दूसरी ओर 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेश के अन्य स्थानों में भी लोगों को राजस्व जिले बनने की आस बनी हुई है, तथा जन चर्चा के अनुसार जो तकनीकी जानकार बताते हैं कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में 36 जिले बनाए जाने की चर्चाएं वर्षों से हो रही है, एवं वर्तमान स्थिति को देखते हुए कुछ नए जिले बनाए जा सकते हैं, लेकिन आने वाले 15 अगस्त को छत्तीसगढ़ की सरकार लोगों को जिले का तोहफा देगी या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा, किंतु जनता पूरी आस लगाए बैठी है, वहीं दूसरी ओर राज्य की सत्तारूढ़ दल के लोग एवं शक्ति क्षेत्र के कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी भी जिला बनाए जाने को लेकर पुनः राजधानी की दौड़ लगा रहे हैं, एवं सत्तारूढ़ दल के नेताओं की मेहनत कितनी कारगर होती है यह आने वाला समय ही बतायगा