काबुल। अफगानिस्तान में पिछले कुछ दिनों में तालिबान के कब्जे वाले क्षेत्रों में भयावह हिंसा देखने को मिल रही है। तालिबान के आतंकी नागरिकों और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों की हत्या के साथ-साथ घरों पर भी बमबारी कर रहे हैं, यही नहीं कई जगहों से महिलाओं पर हमले की खबरें भी आई हैं।
तालिबान नए क्षेत्रों पर कब्जा करने के साथ ही शरिया कानूनों के तहत कठोर और दमनकारी नियमों को लागू करने की कोशिश कर रहा है, जिसमें छोटे से छोटे अपराधों या नियमों के उल्लंघन के लिए मौत की सजा है। तालिबान द्वारा जारी एक फतवे में महिलाओं को पुरुष साथियों के बिना अपने घरों से बाहर जाने से मना किया गया है, जबकि पुरुषों को दाढ़ी बढ़ाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
एक सामाजिक कार्यकर्ता मेराजुद्दीन शरीफी ने कहा कि महिलाओं पर और अधिक प्रतिबंध लगाया गया है। उन्हें टैक्सी की सवारी करने की मनाही है और हमेशा बुर्के में रहने को कहा गया है। इसके अलावा तालिबान ने संगीत या किसी भी ऑडियो-विजुअल मनोरंजन के उत्पादन और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है।