शक्ति- नृत्य संगीत के क्षेत्र में शक्ति अंचल में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करने वाली प्रांजल राजपूतानी ने 7 अगस्त 2021 को देश के प्रतिष्ठित खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय में हुए एंट्रेंस एग्जाम में जांजगीर-चांपा जिले से प्रथम स्थान प्राप्त किया है, तथा प्रांजल राजपूतनी की इस सफलता पर लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए बधाई दी है, तो वहीं खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय एशिया का प्रथम विश्वविद्यालय है जहां देश विदेश से विद्यार्थी यहां प्रवेश लेते हैं, तथा जांजगीर-चांपा जिले के शक्ति शहर में भी रहने वाली प्रांजल राजपूतानी निरंतर विगत कई वर्षों से नृत्य- संगीत के क्षेत्र में अपना विशिष्ट योगदान देते हुए समय-समय पर जहां बच्चों को भी शिविरों के माध्यम से निपुण बना रही है, तो वहीं कोविड-19 काल में भी प्रांजल राजपूतानी ने वर्चुअल रूप से भी बच्चों को इसका लाभ दिलाया तथा प्रांजल राजपूतानी ने अपनी इस सफलता पर कहा है कि वे आगे नृत्य-संगीत के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहती है तथा सभी का सहयोग उन्हें मिलता रहा है तथा आने वाले समय में भी सक्ती की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेंगी