सक्ती– श्री गोपाल जी महाप्रभु एवम माँ चंद्रहासिनी देवी सार्वजनिक न्यास द्वारा संचालित विद्यालय चंद्रहासिनी विद्यापीठ में गत 19 अगस्त से 25 अगस्त तक को संस्कृत सप्ताह दिवश के रूप में मनाते हुए विविध कार्यक्रमों का ऑनलाइन आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल के डायरेक्टर श्री पूनमचंद अग्रवाल जी व प्राचार्य देबोज्योति मुखर्जी जी के द्वारा दिप प्रज्वलित कर किया गया, विद्यार्थियों द्वारा संस्कृत विषय मे रोचक तथ्यों की प्रस्तुति , व्याकरण व भाषा ज्ञान की प्रस्तुति, संस्कृत में भाषण, नीति श्लोक , सुभाषितानि, नीति वचनम व संस्कृत काव्यपाठ ऑनलाइन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया,शिक्षक – शिक्षिका वर्ग से हिंदी शिक्षक लक्ष्मीकांत राव ने भारत देश की महत्ता को बताए हुए संस्कृत में भाषण प्रस्तुत किया विद्यालय के एडमिन सोनुकुमार महतो ने नीति श्लोक का पाठ किया,25 अगस्त को समापन समारोह में डायरेक्टर श्री अग्रवाल जी ने संस्कृत की महत्ता को बताते हुए कहा कि विश्व की सभी भाषाओं की जननी संस्कृत ही है, संस्कृत ही प्राचीनतम भाषा रही है तथा इसी से सभी भाषाओं का प्रादुर्भाव हुआ है। प्राचार्य मुखर्जी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत पौराणिक भाषा है जिससे वेदों की रचना हुई है , संस्कृत का व्याकरण वैज्ञानिक आधार पर भी सर्वश्रेष्ठ है।
सप्त दिवशीय संस्कृत दिवश के कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की संस्कृत शिक्षिका कु. नंदिनी गुप्ता ने किया कार्यक्रम में सभी शिक्षक- शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।