गुजरात के एतिहासिक सोमनाथ मंदिर परिसर में पार्वती माता के मंदिर का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल शिलान्यास किया। जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है उनमें सोमनाथ सैरगाह, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और पुराने (जूना) सोमनाथ के पुनर्निर्मित मंदिर परिसर शामिल हैं।पीएम मोदी ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा हमें धार्मिक पर्यटन को मजबूत करने की जरूरत है। इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। उन्हें (युवाओं को) हमारे अतीत का भी ज्ञान होगा। आस्था को आतंक से कुचला नहीं जा सकता। हमें अतीत से सीखना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्वती मंदिर की आधारशिला भी रखी। इसका निर्माण कुल 30 करोड़ रुपये के परिव्यय से किया जाना प्रस्तावित है। इसमें सोमपुरा सलात शैली में मंदिर निर्माण, गर्भ गृह और नृत्य मंडप का विकास शामिल है। इस खास अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अन्य गणमान्य व्यक्ति सोमनाथ मंदिर में मौजूद हैं। माता पार्वती का यह मंदिर श्वेत पत्थरों से बनाया जाएगा तथा इसकी ऊंचाई 71 फीट होगी। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी पी के लहरी ने बताया कि सोमनाथ मंदिर के ठीक सामने पार्वती माता के मंदिर का निर्माण होगा। सफेद पत्थरों से बनने वाले इस मंदिर की ऊंचाई 71 फीट की होगी तथा अपने आप में ऐसा पहला मंदिर होगा।
जानें क्या होगी मंदिर की विशेषता
मंदिर 66 स्तंभों पर बनेगा तथा इसका क्षेत्रफल 18891 फीट होगा जिसमें गर्भगृह सभा मंडप, माताजी की सभा जैसे खंड होंगे। सोमनाथ मंदिर की तरह ही इस मंदिर के दक्षिण भाग से समुद्र का दर्शन होगा। ट्रस्टी जे डी परमार ने बताया कि भगवान शिव के मंदिर के पास शिव पंचायत की परंपरा है इसी को ध्यान में रखते हुए यहां पर पार्वती मंदिर के निर्माण का संकल्प लिया गया था। शिव पंचायत में भगवान गणपति, गंगाजी, हनुमान जी की प्रतिमाएं भी होती हैं।
गौरतलब है कि यह न्यास गिर-सोमनाथ जिले में प्रभास पाटन कस्बे में स्थित विश्व प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर के कार्यों का प्रबंधन करता है। न्यास के सचिव प्रवीण लाहेरी से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी यहां तीन परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, साथ ही मुख्य मंदिर के पास 30 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पार्वती मंदिर की वर्चुअल तरीके से आधारशिला रखेंगे। इस खास कार्यक्रम का आयोजन सोमनाथ मंदिर के राम मंदिर सभागार में आज (शुक्रवार) किया जाएगा।
इन परियोजनाओं के अंतर्गत मंदिर के पीछे समुद्र तट पर 49 करोड़ रुपये की लागत से बना एक किलोमीटर लम्बा समुद्र दर्शन मार्ग, पुरानी कलाकृतियों से युक्त नवनिर्मित सभागार और मुख्य मंदिर के सामने बने नवीनीकृत अहिल्याबाई होल्कर मंदिर यानी पुराना सोमनाथ मंदिर को भी शामिल किया गया है। गृहमंत्री और सोमनाथ मंदिर के संरक्षक अमित शाह भी वीडियो कांफ्रेंस के जरिये इस समारोह में भाग लेंगे।