नगर पंचायत अध्यक्ष बाराद्वार ने नवगठित शक्ति जिले का नामकरण शक्ति- बाराद्वार करने की रखी मांग

बाराद्वार शहर के व्यापारी एवम अन्य संगठनों ने भी शक्ति- बाराद्वार जिला नामकरण रखे जाने की कहीं बात-

सक्ती-छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर जहां प्रदेश में 4 नए राजस्व जिलों की घोषणा की गई है, तो इन जिलों में जांजगीर-चांपा का शक्ति भी एक राजस्व जिला होगा, तथा शक्ति को राजस्व जिला का दर्जा मिलने से जहां क्षेत्र में प्रसन्नता व्याप्त है तो वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत का गृह विधानसभा मुख्यालय भी शक्ति ही है, इस नाते से भी लोगों ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत एवं वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व मंत्री एवं जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है, तो वहीं नगर पंचायत बाराद्वार की अध्यक्ष रेशमा विजय सूर्यवंशी एवं उपाध्यक्ष विजय सूर्यवंशी ने 13 अगस्त को ही राजधानी रायपुर पहुंचकर छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संगठन के अध्यक्ष मोहन मरकाम को एक पत्र प्रेषित कर सकती को जिला घोषित किए जाने के बाद इसका नामकरण शक्ति- बाराद्वार रखे जाने की बात कही है, तथा नगर पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती रेशमा विजय सूर्यवंशी ने अपने प्रेषित पत्र में बताया है कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से शक्ति एवं बाराद्वार दोनों व्यापार के एक बड़े केंद्र रहे हैं, तथा बाराद्वार के आसपास डोलोमाइट सहित विभिन्न औद्योगिक इकाइयों से सरकार को काफी राजस्व की प्राप्ति होती है,एवं बाराद्वार भी मुंबई- हावड़ा रेल मार्ग में स्थित है साथ ही शक्ति से बाराद्वार की दूरी भी ज्यादा नहीं है, अतः शक्ति जिला बनने पर इसका नामकरण शक्ति- बाराद्वार जिला किया जाए, तो वही 15 अगस्त को जिला घोषित होने के बाद बाराद्वार के व्यापारी संगठनों ने भी प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर शक्ति जिले को शक्ति-बाराद्वार करने की मांग की है तथा लोगों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में अनेकों ऐसे जिले हैं जिन से लगकर अन्य शहरों का भी नामकरण किया गया है तथा इसका ज्वलंत उदाहरण जांजगीर- चांपा ही देखा जा सकता है

जिसमें जांजगीर एवं चांपा दोनों शहरों के लोगों को सम्मान देने की दिशा में इसका नाम जांजगीर-चांपा जिला रखा गया इसी तरह से शक्ति को भी शक्ति बाराद्वार जिला रखा जाना उचित होगा, ऐसा बाराद्वार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं व्यापारी संगठनों का कहना है, तथा नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेशमा विजय सूर्यवंशी एवं नगर पंचायत उपाध्यक्ष विजय सूर्यवंशी का कहना है कि 17 अगस्त को छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के शक्ति आगमन पर उनसे पुनः इस बात को लेकर आग्रह किया जाएगा तथा बाराद्वार शहर के अन्य संगठनों द्वारा भी आग्रह करते हुए इसका नामकरण सकती बाराद्वार रखने की मांग की जाएगी, वही बाराद्वार की जनता एवं नगर पंचायत अध्यक्ष सहित अन्य संगठनों ने भी शक्ति को जिला बनाने पर विधानसभा अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ चरणदास महंत सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है

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