अनियमित कर्मचारी अगस्त क्रांति सप्ताह के माध्यम से सरकार का किया ध्यान आकर्षित, कार्यालयों में काली पट्टी बांध कर मौन रहकर किया कार्य, नियमितीकरण हेतु आन्दोलन तेज करेगा महासंघ

बालोद– नियमितीकरण सहित 5 सूत्रीय मांगों के लिए प्रदेश के लाखों अनियमित कर्मचारी 8 से 14 अगस्त तक अगस्त क्रांति सप्ताह के रूप में मनाया तथा इस दौरान अनियमित महासंघ के पंजीकृत संगठन और उनके सदस्य अपने अपने कार्यालय में काली पट्टी बांध कर मौन रहकर कार्य किया तथा अपने कार्यालय प्रमुख को 13 अगस्त को मुख्यमंत्री के नाम 5 सूत्रीय मांगों का संघीय ज्ञापन सौपें।
प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले एवं प्रदेश संयोजक अनिल देवांगन ने बताया है कि, छत्तीसगढ़िया अनियमित कर्मचारी छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के बाद से ही ठगा जाता रहा है, पिछले डेढ़ दशक से अनियमित कर्मियों ने नियमितीकरण अथवा विभिन्न मांगों को लेकर पूर्व वर्ती सरकार एवं विपक्ष के राजनीतिक दलों से उनके मामले का निराकरण करने का अनुनय निवेदन किया गया। वर्तमान सरकार ने अपने जनघोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण किये का स्पष्ट उल्लेख किया गया है। बावजूद इसके लगभग 3 साल सरकार के बने होगये, वादा अनुसार 10 दिनों में प्रावधान बना कर नियमितीकरण की घोषणा करने से बचती दिखाई दे रही है सरकार।
प्रदेश कार्य समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व संयोजक गोपाल प्रसाद साहू तथा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश गजेंद्र ने संयुक्त बयान में बताया कि, सरकार ने नियमितीकरण हेतु समिति तो गठित कर दिया, परन्तु कोई समय सीमा तय नही किया गया। जिसके कारण वह समिति सही गति से कार्य नही कर पा रही है। नियमितीकरण की आस लगाए अनियमित कर्मचारी अब बिफरने लगे है और उनके मन मे सरकार के प्रति आक्रोश है। महासंघ लगातार मुख्यमंत्री से मिलकर टेबल टॉक करते हुए नियमितीकरण के विषय मे चर्चा किये जाने हेतु दर्जनो बार प्रयास किया गया है, परन्तु संबंधित पक्ष से अभी तक समय प्रदाय नही किया जा रहा है।
महासंघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सूरज सिंह ठाकुर ने बताया कि, सरकार की जन घोषणा पत्र क्रियान्वयन समिति द्वारा भी अनियमित कर्मियों के नियमितीकरण बावत कोई जवाबदारी नही ली जा रही है, इसलिये महासंघ के सदस्यों की मांग पर अनियमित कर्मचारी महासंघ 7 चरणों के आंदोलन को चालू कर दिया है। जिसके तहत 11 जुलाई को सभी 28 जिले में मशाल रैली निकाल कर सरकार को जगाने का प्रयास किया गया है। तदोपरांत कोई ठोस पहल नही होते देख अगस्त क्रांति सप्ताह 8 अगस्त से 14 अगस्त तक आयोजन किया गया। जिसके पहले दिन 28 जिले के हज़ारो कर्मियों ने अपने अपने जिले में जल समाधि लेकर सरकार को सद्बुद्धि प्राप्ति की कामना किया। प्रदेश के सभी जिला/ब्लॉक के अनियमित कर्मी, अपने कार्यालय में सूचना देते हुए काली पट्टी लगाकर मौन रहकर कार्य किया, तथा 13 अगस्त को शाम को अपने अपने संस्था प्रमुखों को मुख्यमंत्री के नाम, विभाग प्रमुखों के माध्यम से 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौपें। अभिषेक ठाकुर मीडिया प्रभारी ने बताया कि, सभी संवर्ग के हज़ारो अनियमित कर्मचारी लगातार सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म में सक्रियता बनाये हुए है, और आम जनता के बीच अपने साथ हो रहे शोषण की बातों को साझा कर रहे है।

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