गोरखपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने गोरखपुर जिले के भटहट के पिपरी में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का भूमि पूजन व शिलान्यास कर दिया है। राष्ट्रपति सुबह सेना के वायुसेना के विमान से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भटहट के पिपरी पहुंचे। शिलान्यास समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे।
यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करने के बाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि शरीर को स्वस्थ व निरोगी रखने के लिए भारत में कई तरह की चिकित्सा पद्धतियां मौजूद हैं। आयुष विद्यालयों से इन चिकित्सा पद्धतियों की सुव्यस्थित शिक्षा प्रदान की जाती है। दक्षिण में आज सभी लोग आयुष चिकित्सा पद्धति को अपना रहे हैं। ऐसे ही राज्य में आयुष चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने का महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय बड़ा जरिया बनेगा।
उन्होंने कहा कि शरीर ही तमाम संकल्पों को पूरा करने का प्रथम माध्यम है। आप स्वस्थ रहें, निरोगी रहें, इस हेतु ही महायोगी गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। इस आयुष विश्वविद्यालय की आधारशीला रखकर मुझे अति प्रसन्नता हो रही है। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ ने दुनियाभर में योग की महिमा को स्थापित किया था। राष्ट्रपति ने योग साधना से संबंधित गुरु गोरक्षनाथ के तमाम श्लोकों का जिक्र करते हुए कहा कि शरीर को निरोगी रखने के लिए नित्य योग साधना करना ही पर्याप्त है। आज पूरा विश्व भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को अपना रहा है।