नई दिल्ली: हैती में शनिवार को आए 7.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप की वजह से रविवार तक 1275 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। आने वाले तूफान और उसके चलते मूसलाधार बारिश की आशंका के बीच बचाव अभियान युद्धस्तर पर चलाए जा रहे हैं। भूकंप के चलते कम से कम 5,700 लोग जख्मी हुए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। भीषण गर्मी के बाद भी लोग खुले में रहने को विवश हैं और मरीजों से पटे अस्पतालों में लोग उपचार के लिए इंतजार कर रहे हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में संकट और भी गहरा सकता है, क्योंकि तूफान ग्रेस सोमवार रात तक हैती में दस्तक दे सकता है। अमेरिका के राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने रविवार को बताया है कि तूफान बहुत शक्तिशाली नहीं होगा, किन्तु मौसम विज्ञानियों ने चेताया है कि भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बरक़रार है। बता दें कि शनिवार को हैती के दक्षिण पश्चिम हिस्से में भूकंप आने से कई शहर लगभग पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं और भूस्खलन के कारण बचाव अभियान भी प्रभावित हो रहा है।
भूकंप की वजह से कोरोना वायरस महामारी से पहले से बुरी तरह प्रभावित हैती के लोगों की मुश्किलें और भी बढ़ गई है। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने कहा है कि भूकंप का केंद्र राजधानी पोर्ट औ प्रिंस से लगभग 125 किलोमीटर की दूरी पर था। रविवार को भी यहां झटके महसूस किए गए।