भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक हैरतअंगेज़ मामला प्रकाश में आया है. भोपाल के मिसरोद थाने इलाके के रहने वाले एक दंपत्ति ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. दरअसल, 55 वर्षीय रवि ठाकरे पेशेवर इंजीनियर थे, किन्तु कोरोना और लॉकडाउन के कारण आर्थिक स्थिति बुरी तरह खराब हो गई. परिवार पिछले काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था ऐसे में पति-पत्नी ने ख़ुदकुशी का फैसला लिया.
रवि ठाकरे और उनकी 55 वर्षीय पत्नी रंजना ठाकरे ने ख़ुदकुशी के लिए पहले खुद जहर पिया, फिर टाइल्स कटर से अपने बच्चों का गला काट डाला. इस हैरतअंगेज़ वारदात की जानकारी पुलिस को लगी तो उसके भी होश फाख्ता हो गए. घटना की सूचना मिलने के बाद SP साईं कृष्णा, ASP राजेश भदौरिया, SDOP अमित मिश्रा और मिसरोद थाना प्रभारी निरंजन शर्मा समेत कई पुलिस बल मौके पर पहुंचे हैं. घटना स्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. पुलिस ने शुरूआती जांच में इसे आर्थिक तंगी से परेशान होकर ख़ुदकुशी का मामला बताया है. हालांकि पुलिस ने कहा है कि वो हर पहलू से मामले की छानबीन कर रही है.
पड़ोसियों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस गेट तोड़कर घर में घुसी, जहां रवि और उनकी पत्नी रंजना जमीन पर पाए गए. उनके मुंह से झाग निकल रहा था जबकि उनका 16 वर्षीय बेटा चिराग ठाकरे और 14 वर्षीय गुंजन ठाकरे बिस्तर पर खून से लथपथ पड़े थे. इस दौरान पुलिस ने मौके से वो टाइल्स कटर भी बरामद किया है, जिससे बच्चों का गला काटा गया है. आनन-फानन में पुलिस ने सभी को अस्पताल में एडमिट कराया. जहां डॉक्टरों ने पिता और बेटे को मृत घोषित कर दिया जबकि बेटी और मां की हालत नाजुक बनी हुई है.