सक्ती-स्व राजीव गांधीजी एक ऐसी शख़्सियत थे, जिन्होंने ज़मीन पर ही नहीं, बल्कि दिलों पर भी हुकूमत की। वे भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन हमारे दिलों में आज भी ज़िंदा हैं,उक्ताशय की बाते 20 अगस्त को राजीव जी की जयंती पर अधिवक्ता गिरधर जायसवाल सक्ती ने कही,श्री जायसवाल ने कहा कि राजीव गांधी जी ने उन्नीसवीं सदी में इक्कीसवीं सदी के भारत का सपना देखा था,
अपने इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने देश में कई क्षेत्रों में नई पहल की, जिनमें संचार क्रांति और कम्प्यूटर क्रांति, शिक्षा का प्रसार, 18 साल के युवाओं को मताधिकार, पंचायती राज आदि शामिल हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कई साहसिक क़दम उठाए, जिनमें श्रीलंका में शांति सेना का भेजा जाना, असम समझौता, पंजाब समझौता, मिज़ोरम समझौता आज उनकी जन्म जयंती पर शत शत नमन करते है